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यौमे शहादत पे स्वतंत्रता सेनानी मीर रहमत अली साहेब को खिराज ए अकीदत

Khiraj-e-Aqeedat to freedom fighter Mir Rahmat Ali Saheb on Yaume Shahadat

यौमे शहादत पे स्वतंत्रता सेनानी  मीर रहमत अली साहेब को खिराज ए अकीदत
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12 अगस्त-


मीर अब्दुल्ला के पिता का नाम मीर रहमत अली था, वो समस्तीपुर ज़िला के पोखरैरा के रहने वाले थे। भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। 12 अगस्त 1942 को अंग्रेज़ी गोली का शिकार हुवे जब समस्तीपुर रेलवे स्टेशन के पास पुलिस से भिड़ंत हो गई।

ट्रेन के ऊपर से हुई एकतरफ़ा गोलीबारी में मीर अब्दुल्ला सहीत सूरजदेव प्रसाद, रमलखन राय, रामदेव झा, रामसेवक राउत, बाबूजान राउत, पानु महतो गुरन चौधरी, दुर्गा साह, अब्दुल शकूर आदि शहीद हुवे।

प्रोफ़ेसर बलदेव सहाय ने अपनी किताब में इस हादसे की तारीख़ 15 अगस्त लिखी है, वहीं भारत सरकार ने जो पाँच जिल्द में Dictionary of Martyrs India's Freedom Struggle (1857-1947) जारी की है, उसमें तारीख़ 12 अगस्त है।

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संदर्भ -heritagetimes

संकलन अताउल्ला खा पठाण सर टूनकी संग्रामपुर जिल्हा बुलढाणा महाराष्ट्र

Updated : 13 Aug 2021 4:15 PM GMT
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